Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam। डॉ A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी।
जिन्हें हम अब्दुल कलाम के नाम से जानते है क्या आपको पता है उनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम था । इन्हे हमलोग मिसाईल मैंन के नाम से जानते है । अब्दुल कलाम भारत के 11 वे राष्ट्रपति भी रह चुके है । और यह बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय थे । क्योंकि अब्दुल कलाम की जीवन की कहानी उनके विचार बच्चे और युवा पीढ़ी में आगे बढ़ने का उत्साह और जोश भर देते हैं । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
जन्म 15 अक्टूबर 1931
स्थान धनुषकोडी या धनुषकोटी ( यह गॉव 1964 में रामेश्वरम् चक्रवात में ध्वस्त हो गया ) रामेश्वरम् , तमिलनाडु
पिता जैनुलब्दीन ( मछुआरा )
माता आशिमा ( गृहणी )
भाई – बहन 10
धर्म मुस्लिम
रास्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय प्रोफेसर , लेखक , वैजानिक और एयरोस्पेस इंजीनियर
शिक्षा सेंट जोसेफ कॉलेज ( तिरूचिरापल्ली )
मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
राजनैतिक जिवन
भारत के 11वे राष्ट्रपति
कार्यकाल 25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007
प्रधानमंत्री ( 1 ) अटल बिहारी वाजपेयी ( 19 अक्टूबर 1999 – 22 मई 2004 )
( 2 ) मनमोहन सिंह ( 22 मई 2004 – 22 मई 2009 )
उतराधिकारी प्रतिभा देवीसिंह पाटिल
संक्षिप्त जीवन परिचय: Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam

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कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुष्कोटी (पंबन द्वीप रामेश्वरम तमिलनाडु ) में हुआ था । इनका जन्म एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था इनके पिता जी का नाम जैनुलाब्दीन था और वह बहुत कम पढ़े लिखे थे लेकिन वह चाहते थे कि उनके बच्चे पर लिखकर कुछ अच्छा करें और इसके लिए वह अपने बच्चों को अक्सर उत्साहित करते रहते थे । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
इस बात का सबसे ज्यादा प्रभाव अब्दुल कलाम के जीवन पर पड़ा अब्दुल कलाम कुल 10 भाई-बहन थे (पांच भाई और पांच बहन ) । अब्दुल कलाम की शिक्षा 5 साल की उम्र में गांव के ही स्कूल से ही शुरू हुआ था । एक बार जब उनके स्कूल के शिक्षक बच्चो को पक्षी के उड़ने के बारे में बता रहे थे तो उन पक्षियों के उड़ने के तरीके को देखकर अब्दुल कलाम सोच लिए कि आगे जाकर उन्हें पायलेट ही बनाना है । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
अब्दुल कलाम का जीवन उतना आसान नहीं था जितना आम बच्चों का होता है इन्हें अपनी पढ़ाई और अपने जीवन को आसान बनाने के लिए काफी मेहनत करना होता था । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
कलाम सुबह 4:00 बजे ट्यूशन पढ़ने जाते थे क्योकि उनके स्कूल के एक शिक्षक कुछ बच्चो को सुबह निशुल्क पढ़ाते थे । उसके बाद वह अखबार भी बांटते थे । कलाम सभी धर्म को मानते थे । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
उनका घनिष्ट मित्र रामेश्वरम् मंदिर का पुजारी का बेटा था वह । वह कुरान और भगवत गीता दोनों पढ़ते थे । कलाम अपने जीवन में अनुशासन को बहुत महत्व देते थे । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
आज हम लोग 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रुप में मनाते हैं क्योंकि बच्चे कलाम को और कलाम बच्चों को बहुत पसंद थे । आज भी बच्चों को कलाम के किस्से सुनाये जाते है । और youtub जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर कलाम के बचपन से लेकर उनकी सफलता की कहानियाँ देखने को मिल जाएगी । और इन कहनियों को बच्चे के साथ साथ हमलोग भी सुनते है । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
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कलाम का जीवन अपने आप में एक सिख है जो सभी को चाहे वो किसी भी वर्ग के हो अमीर , गरीब , बच्चे , शिक्षक कुछ न कुछ सिखाता है और तब लगता जिवन उतना भी कठिन नही है जितना हम समझते है या बना देते है । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
शिक्षा

अगर एक छात्र के रूप में अब्दुल कलाम की बात की जाए तो वह बहुत ही सामान्य छात्र थे । लेकिन उनके अंदर जो पढ़ने की जिद थी उस कारण वह हर उस समस्या को पार कर जाते थे जो उनके रास्ते में आता था । वह मेहनत करने से कभी पीछे नहीं हटते थे । कलाम उन बच्चों के लिए एक मिसाल हैं जो अपने आप को कमजोर या गरीब का कर पढ़ाई से पीछे हट जाते हैं । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
अगर बात करें कलाम के स्कूली शिक्षा के बारे में तो उनका बुनियादी शिक्षा उनके गाव से ही शुरू हुई । फिर Schwartz Higher Secondary school से मट्रिक पास किए और सेंट जोसेफ कॉलेज से भौतिक विज्ञान से स्नातक किए । वह अपने स्कूल में ज्यादा ध्यान गणित के विषय पर देते थे । उसके बाद एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की उपाधि मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से लिए । अब्दुल कलाम एक वैज्ञानिक पायलट बनना चाहते थे । Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
कलाम का वैज्ञानिक जीवन
देश के 1998 के परमाणु हथियारों के परीक्षणों में उनकी प्रमुख भूमिका ने भारत को एक परमाणु शक्ति के रूप में मजबूत किया । और कलाम को एक राष्ट्रीय नायक के रूप में स्थापित किया , हालांकि उनके नेतृत्व में जो भी परीक्षण हुए उससे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में बड़ी चिंता पैदा हुई थी ।
1998 में कलाम ने टेक्नोलॉजी विजन 2020 नामक एक देशव्यापी योजना सामने रखी , जिसे उन्होंने 20 वर्षों में भारत को कम विकसित से विकसित समाज में बदलने के लिए एक रोड मैप के रूप में वर्णित किया। Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
इस योजना में अन्य उपायों के अलावा, कृषि उत्पादकता में वृद्धि, आर्थिक विकास के लिए एक वाहन के रूप में प्रौद्योगिकी पर जोर देना, और स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा तक पहुंच को बढ़ाना शामिल है । रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के पास स्थापित करने का श्रेय भी कलाम को ही जाता है और इसी कारण अन्तर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब में भारत भी सदस्य बन गया । Biography of Dr A.P.J Abdul Kalam
अग्नि मिसाईल और पृथ्वी मिसाईल का जो सफल परिक्षण हुआ उसका भी श्रेय भी काफी हद तक कलाम को ही जाता है क्योकि मिसाईल को कलाम के बिना सोचा ही नही जा सकता है । Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
कलाम का राजनैतिक और राष्ट्रपति जीवन का सफर
1992 से 1997 तक कलाम रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार थे , और बाद में उन्होंने कैबिनेट मंत्री के पद के साथ सरकार में प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार (1999-2001) के रूप में कार्य किया। Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
अब्दुल कलाम 18 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक भारत के 11 राष्ट्रपति के रूप में अपना योगदान दिए । कलाम राजनीतिक क्षेत्र से नहीं थे और ना ही उन्हें राजनीति करने आता था वह बहुत ही शांत और अनुशासित जीवन जीते थे । Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
राष्ट्रपति बनने के बाद भी उनका विचार नहीं बदला और वह भारत की कल्याण संबंधी नीतियों में व्यस्त रहते थे । वह भारत को सुपर पावर बनाने की हर संभव प्रयास में लगे रहते थे क्योंकि विज्ञान के क्षेत्र में वह भारत की एक अलग पहचान दिला चुके थे ।
राजनीति के क्षेत्र में नहीं होने के बाद भी उनकी लोकप्रियता का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह 90% बहुमत के साथ जीत हासिल किए । और 25 जुलाई 2002 को संसद भवन के अशोक कक्ष में उन्होंने शपथ लिया था । Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
निधन

अब्दुल कलाम भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलांग में एक व्याख्यान दे रहे थे की उसी समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा और अचानक वे बेहोश होकर गिर गए । यह मनहूस दिन था 27 जुलाई 2015 जिस दिन हमारे देश ने और हम सब ने एक महान इंसान एक महान वैज्ञानिक और बच्चों ने अपने प्यारे कलाम सर को खो दिया । Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
कलाम के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से गुवाहाटी लाया गया । फिर वहां से वायुसेना के विमान से दिल्ली लाया गया फिर वहां से पूरे सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को मदुरै ले जाया गया । Dr A.P.J अब्दुल कलाम आजाद का जींवनी
फिर वहां से मंडपम और अंत में कलाम अपने अंतिम यात्रा के लिए अंतिम पड़ाव उनके गृह नगर रामेश्वरम पहुंचाए गए और अंत में 30 जुलाई 2015 को हमारे पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को रामेश्वरम के पी करुम्बु ग्राउंड में दफना दिया गया । अब्दुल कलाम की उपलब्धि इतनी थी कि उनके उनके 79वे जन्मदिन को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अब्दुल कलाम राष्ट्र द्वारा विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाया गया था ।
कलाम की प्रमुख रचनाए
वैसे तो अब्दुल कलाम की बहुत रचनाए है और सभी रचनाए अपने आप में एक महतवपूर्ण स्थान रखते है लेकिन कुछ रचनाए इसी है जो लोगों के बिच काफी प्रसिद्ध हुई है :-
- आरोहण स्वामी जी के साथ मेरा अध्यात्मिक सफर
- विंग्स ऑफ़ फायर: एंड ऑटोबायोग्राफी
- इंडोमीटेबल स्पिरिट
- इगनाइटेड माइंड: अनलिसनिंग द पावर विदिन इंडिया
- इंडिया 2020: अ विजन फॉर द न्यू मिलेनियम
- पद्म भूषण ( 1981 ) में भारत सरकार द्वारा
- पद्म विभूषण ( 1990 ) में भारत सरकार द्वारा
- विशिष्ट शोधार्थी ( 1994 ) में इंस्टीट्यूट ऑफ़ डायरेक्टर्स के द्वारा
- भारत रत्न ( 1997 ) भारत सरकार द्वरा
- इंदिरा गाँधी रास्ट्रीयता एकता पुरस्कार ( 1997 ) भारतीय रास्ट्रीयता कांग्रेस के द्वरा
- वीर सावरकर पुरस्कार ( 1998 ) भारत सरकार के द्वारा
- रामानुजन पुरस्कार ( 2000 ) अल्वार्स शोध संस्थान ( चेन्नई ) के द्वारा
- डॉक्टर ऑफ़ साइंस की मानद उपाधि ( 2007 ) में वुल्वरहैफान विश्वबिदालय ( यूनाइटेड किंगडम ) के द्वारा
- किंग चाल्स ( मेडल ) ( 2007 ) रॉयल सोसायटी ( यूनाइटेड किंगडम ) के द्वारा
- डॉक्टर ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की मानद उपाधि ( 2007 ) में कार्नेगी मेलन विश्विद्यालय ( पिट्सबर्ग , पेन्सिल्वेनिया )
- डॉक्टर ऑफ़ साइंस ( मानद उपाधि ) ( 2007 ) में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय ,अलीगढ़ ( भारत )
- डॉक्टर ऑफ़ इंजीनियरिंग ( मानद उपाधि ) ( 2008 ) नानयांग टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय ( सिंगापुर )
- वाँन कार्मन विंग्सअंतरराष्ट्रीय अवार्ड ( 2009 ) कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- हुवर मेडल ( 2009 ) ए एस एम ई फाउंडेशन
- मानद डॉक्टरेट ( 2009 ) ऑकलैंड विश्वविद्यालय
- डॉक्टर ऑफ इंजीनियरिंग ( 2010 ) यूनिवर्सिटी ऑफ वाटर लू
- आई ई ई ई मानद सदस्यता (2011) आई ई ई ई के द्वारा
- डॉक्टर ऑफ़ लॉज ( मानद उपाधि ) ( 2012 ) साईमन फ्रेजर विश्वविधालय इत्यादी ….
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