Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 yojnadekho.com

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023

परम्परागत कृषि विकास योजना 2023

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: केंद्र सरकार की Paramparagat Krishi Vikas Yojna (परम्परागत कृषि विकास योजना) के बारे मैं पूरी जानकारी यहाँ देखें Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 केसे करें ओर PKVY योजना Vision, implementation, Cluster approach, Objectives, Key Components इत्यादि की पूरी जानकारी यहाँ से Online check करें | Paramparagat Krishi Vikas Yojna 204 को केंद्र सरकार द्वारा 2015 में शुरू किया गया था यह योजना National Mission on Sustainable Agriculture (NMSA) के अंतर्गत Soil Health Management (SHM) का एक घटक है जिसे जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जारी किया गया था।

जैविक कृषि की नवीनतम तकनीकों पर जागरूकता पैदा करके ग्रामीण युवाओं / किसानों / उपभोक्ताओं / व्यापारियों के बीच जैविक खेती को बढ़ावा देने / बढ़ावा देने के उद्देश्य से मॉडल ऑर्गेनिक क्लस्टर प्रदर्शन का उद्देश्य Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 के तहत 20 हेक्टेयर या 50 एकड़ के क्लस्टर में किसान के खेत में आयोजित किया जाता है।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 (PKVY) मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (SHM) योजना के एक उप-घटक जो कि नेशनल मिशन ऑफ सस्टेनेबल एग्रीकल्चर (NMSA) के तहत पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के मिश्रण के माध्यम से जैविक खेती के टिकाऊ मॉडल के विकास के लिए है। दीर्घकालिक मृदा उर्वरता बिल्डअप, संसाधन संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन और शमन में मदद करता है। यह मुख्य रूप से मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने का लक्ष्य रखता है और इस तरह कृषि-रसायनों के उपयोग के बिना जैविक प्रथाओं के माध्यम से स्वस्थ भोजन के उत्पादन में मदद करता है।

PGSY-India प्रोग्राम के तहत पार्टिसिपेटरी गारंटी सिस्टम PKVY के तहत गुणवत्ता आश्वासन के लिए प्रमुख दृष्टिकोण होगा। किसानों के पास PGS-India मानकों के अनुरूप जैविक खेती के किसी भी रूप को अपनाने का विकल्प होगा। एक प्रणाली को अपनाने के दौरान यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अपनाई गई प्रणाली क्षेत्र और फसल के अनुकूल है और इष्टतम उपज का आश्वासन देती है और पोषक तत्वों, कीटों और रोगों के प्रबंधन के लिए पर्याप्त उपाय प्रदान करती है। श्रमिकों के पास अभ्यास के उपयुक्त पैकेज का उपयोग करने का लचीलापन होगा (सर्वोत्तम) उनकी स्थितियों के अनुकूल।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 Overview

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2015 में लॉन्च परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई), केंद्र प्रायोजित योजना (सीएसएस), सतत कृषि पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमएसए) के तहत मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (एसएचएम) का एक विस्तारित घटक है। पीकेवीवाई का लक्ष्य जैविक खेती का समर्थन और प्रचार करना है, जिसके परिणामस्वरूप मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।यह योजना भारत के लिए भागीदारी गारंटी प्रणाली (पीजीएस) भारत (पीजीएस-इंडिया) को जैविक प्रमाणन के रूप में बढ़ावा देती है जो पारस्परिक ट्रस्ट पर बनाई गई है, स्थानीय रूप से प्रासंगिक है और प्रमाणन की प्रक्रिया में उत्पादकों और उपभोक्ताओं की भागीदारी को अनिवार्य है। पीजीएस – भारत “थर्ड पार्टी सर्टिफिकेशन” के ढांचे के बाहर काम करता है।

परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 के तहत क्रमशः केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा 60:40 के अनुपात में फंडिंग पैटर्न है। उत्तर पूर्वी और हिमालयी राज्यों के मामले में, केंद्रीय सहायता 90:10 (केंद्र: राज्य) और केंद्र शासित प्रदेशों के अनुपात में प्रदान की जाती है, सहायता 100% प्रदान की जाती है। इस योजना का उद्देश्य 20 हेक्टेयर के 10,000 क्लस्टर बनाने और 2017-18 तक कार्बनिक खेती के तहत लगभग दो लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र लाने का लक्ष्य है।

केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 का मुख्य उद्देश्य यह है की मिट्टी की उर्वरता को बढ़ावा दिया जा सके और क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, आदनो के लिए प्रोत्साहन, मूल्यवर्धन और विपरण के लिए आर्थिक सहायता दी जाए। Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 को सन 2015-16 में रसायनिक मुक्त जैविक खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था, तो दोस्तों यदि आप Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 (PKVY) के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते है तो आप सभी को इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जा कर आवेदन करना होगा उसके बाद ही आपको इस योजना का लाभ मिलेगा।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 के माध्यम से पिछले 4 वर्षो मे 1197 करोड़ रूपेय की राशी खर्च की जा चुकी है। परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से क्लस्टर निर्माण एंव क्षमता निर्माण के लिए 3000 प्रति हेक्टेयर 3 वर्षो के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। जिसमे एक्स्पोज़र विजिट और फील्ड कर्मियो के प्रशिक्षण शामिल है। यह राशी किसानो के बैंक खाते मे Direct Benefit Transfer के माध्यम से वितरण की जाती है।

परम्परागत कृषि विकास योजना के अन्तर्गत प्रत्येक के लिए 14.95 लाख रूपेय की आर्थिक सहायता मोबिलाइजेशंस, मनूर मैनेज़मेट, एंव पीजीएस सर्टिफिकेट के एडॉप्शन के लिए प्रदान की जाएगी। 50 एकड़ या 20 हेक्टेयर के क्लस्टर के लिए अधिकतम 10 लाख रूपेय तक की आर्थिक सहायता मुहैया करायी जाएगी। खाद प्रबंधन और जैविक नाईट्रोजन संचयन की गतिविधियो के अन्तर्गत प्रत्येक किसान को अधिकतम 50 हजार रूपेय की राशी प्रति हेक्टेयर उपलब्ध करायी जाएगी। इसके अलावा कुछ सहायता मे से 4.95 लाख रूपेय प्रति क्लस्टर PGS प्रमाणन और गुणवत्ता नियंत्रण को जुटाने और अपनाने के लिए कार्यान्वयन एंजेसी को मुहैया कराए जाएगें।

योजना का नाम परम्परागत कृषि विकास योजना 2024
किस ने लांच की केंद्र सरकार
लाभार्थी देश के नागरिक
उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक रूप से सहायता मुहैया कराई जाएगी
लाभ इस योजना का लाभ किसानों को प्रदान किया जाएगा
अप्लाई माध्यम ऑनलाइन / ऑफलाइन
आवेदन शुल्क Nil
ऑफिसियल वेबसाईट https://pgsindia-ncof.gov.in/PKVY/Index.aspx

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 Benefits (फायदे)

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 से होने वाले लाभ निम्नलिखित इस प्रकार है।

  • परंपरागत कृषि विकास योजना से किसानों जैविक खेती कर पाएंगे।
  • जैविक खेती करने के लिए अधिक पैसे की आवश्यकता होती है ऐसे में इस योजना के माध्यम से उन्हें जैविक खेती करने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी।
  • सरकार के द्वारा संवर्धन और वितरण हित के लिए 8800 रुपए की राशि दी जाएगी।
  • इस योजना के तहत किसानों को 50000 हजार प्रति हेक्टर के अनुसार दिया जाएगा इसका लाभ आपको 3 साल तक मिलेगा।
  • योजना के अंतर्गत ₹3000 की राशि प्रति हेक्टेयर के अनुसार क्लस्टर निर्माण और क्षमता निर्माण के लिए प्रदान की जाएगी। Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024
  • पैसे किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
  • योजना के माध्यम से किसानों को बीजों, कीटनाशकों, जैविक उर्वरक हेतु ₹31000 रुपए दिए जाएंगे।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 Purpose (उद्देश्य)

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित इस प्रकार है।

  • Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 का मुख्य उद्देश्य किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
  • इसके अलावा परम्परागत कृषि विकास योजना के माध्यम से रसायनिक मुक्त एवं पौष्टिक भोजन का उत्पादन हो सकेगा क्योंकि जैविक खेती में कम कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है।
  • Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 के माध्यम से किसानो को जैविक किम खेती करने के लिए आर्थिक सहयता प्रदान की जाएगी।
  • सरकार के द्वारा शुरु की गई यह योजना देश की मिटटी की गुणवत्ता बढ़ाने में भी कारगर साबित होगी।
  • इस योजना के माध्यम से रसायनिक मुक्त एवं पौष्टिक भोजन हो सकेगा।देश के नागरिको की सेहत को सुधर करने के लिए उपयोगी साबित होगी।
  • Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 के माध्यम से जैविक की खेती को क्लस्टर मोड में बढ़ावा देने के लिए भी शुरु किया गया है।
  • इस योजना के माध्यम से बिना रसायनों का उपयोग किये बिना जैविक रूप से कृषि क्षेत्र में पौष्टिक उत्पादों का उत्पादन करना।
  • PKVY 2023 के माध्यम से मनुष्य जीवन जीने के लिए नागरिकों को एक पौष्टिक भोजन उपलब्ध हो सके।
  • इस योजना के तहत राष्ट्रीय बाजारों के साथ सीधे बाजार संपर्क के माध्यम से किसानों नागरिकों को उद्यमी बनाना।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 Subsidies ( आर्थिक सहायता)

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 हमारे देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा परम्परागत कृषि विकास योजना शुरुआत की गई है।

  • जिसके तहत क्लस्टर निर्माण, क्षमता निर्माण, अन्य गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन, मूल्य संवर्धन और विपणन के लिए 3 साल के लिए ₹50000 प्रति हेक्टेयर को सहायता दी जाती है।
  • इसमें से ₹31000 प्रति हेक्टेयर 3 साल के लिए जैविक खाद, कीटनाशक, बीज आदि जैसे जैविक पदार्थों की खरीद के लिए दिया जाता है।
  • साथ ही ₹8800 प्रति हेक्टेयर मूल्यवर्धन और विपणन के लिए 3 साल के लिए मिलता। Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2023 के द्वारा पिछले 4 वर्षों में ₹1197 करोड़ की राशि खर्च की गई है और क्लस्टर निर्माण और क्षमता निर्माण के लिए 3 वर्षों के लिए ₹3000 प्रति हेक्टेयर की सहायता भी दी जाती है।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 Eligibility Criteria (पात्रता)

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 के लिए नीचे दिए गए माप दंड को देख कर इस योजना का लाभ ले सकते है।

  • भारत के सभी मूल निवासी किसान नागरिक PKVY Scheme में आवेदन करने हेतु पात्र माने जायेंगे।
  • किसान नागरिक की आयु Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 हेतु 18 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए।
  • केवल किसान श्रेणी के नागरिक ही योजना हेतु आवेदन करने के पात्र माने जायेंगे।
  • परम्परागत कृषि विकास योजना 2023 में आवेदन करने के किसान व्यक्ति के पास सभी प्रकार के आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 Required Documents (आवश्यक दस्तावेज)

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 के नीचे बताए गए कुछ आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति करना जरूरी है जो कि इस प्रकार से है।

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • मूल निवास प्रमाण पत्र
  • राशन कार्ड
  • जन्म प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज की फोटोग्राफ
  • मोबाईल नंबर

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2024 How to Online Apply?

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 के लिए नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो करके आप इस फॉर्म को अनलाइन भर सकते हैं।

  1. सबसे पहले परम्परागत कृषि विकास योजना (PKVY) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आएगा।
  2. अब आप इसके होम पेज पर पहुंच जाएंगे जहां पर आपको अप्लाई नऊ के बटन पर क्लिक करना होगा।
  3. जिसके बाद आवेदन पत्र ओपन होगा।
  4. अब इस फॉर्म मे पूछे गए सभी जानकारी को सही सही भर दे।
  5. इसके बाद आवेदक जरूरत के अनुसार आवश्यक डॉक्यूमेंट को अटैच अपलोड कर दे।
  6. आवेदक अब इसे फॉर्म को सबमिट के विकल्प पर क्लिक कर फॉर्म को सबमिट कर दे।
  7. इस तरह से आपका आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

Paramparagat Krishi Vikas Yojna 2023: परम्परागत कृषि विकास योजना 2024 के लिए नीचे दिए गए निर्देशों को फॉलो करके आप अपना नाम चेक कर सकते हैं।

  1. परंपरागत कृषि विकास योजना से किसानों जैविक खेती कर पाएंगे।
  2. जैविक खेती करने के लिए अधिक पैसे की आवश्यकता होती है ऐसे में इस योजना के माध्यम से उन्हें जैविक खेती करने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी।
  3. सरकार के द्वारा संवर्धन और वितरण हित के लिए 8800 रुपए की राशि दी जाएगी।
  4. इस योजना के तहत किसानों को 50000 हजार प्रति हेक्टर के अनुसार दिया जाएगा इसका लाभ आपको 3 साल तक मिलेगा।
  5. योजना के अंतर्गत ₹3000 की राशि प्रति हेक्टेयर के अनुसार क्लस्टर निर्माण और क्षमता निर्माण के लिए प्रदान की जाएगी।
  6. पैसे किसानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
  7. योजना के माध्यम से किसानों को बीजों, कीटनाशकों, जैविक उर्वरक हेतु ₹31000 रुपए दिए जाएंगे।

 

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People Also Ask (FAQ)

Q. परम्परागत कृषि विकास योजना क्या है?

Ans.- केंद्र सरकार की इस योजना के माध्यम से जैविक खेती को प्रोतशाहन प्रदान किया जाता है। देश मैं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है ताकि पारंपरिक ज्ञान एवं आधुनिक विकास के माध्यम से फसल उपज को ओर अधिक बढ़ाया जा सके।

Q. परम्परागत कृषि विकास योजना किसके द्वारा शुरू किया गया है?

Ans.- इस योजना को केंद्र सरकार के कृषि और किसान कल्याण विभाग द्वारा लागू किया गया है।

Q. Paramparagat Krishi Vikas Yojna को किस साल मैं लॉन्च किया गया था?

Ans.- केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को साल 2015 मै शुरू किया गया था।

Q. परम्परागत कृषि विकास योजना की आधिकारिक वेबसाईट क्या है?

Ans.- इस योजना की आधिकारिक वेबसाईट pgsindia-ncof.gov.in/PKVY/ है।

Q. परंपरागत कृषि विकास योजना की शुरुआत कब हुई?

Ans.- परम्परागत कृषि विकास योजना 2015 में लॉन्च परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई), केंद्र प्रायोजित योजना (सीएसएस), सतत कृषि पर राष्ट्रीय मिशन (एनएमएसए) के तहत मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (एसएचएम) का एक विस्तारित घटक है। पीकेवीवाई का लक्ष्य जैविक खेती का समर्थन और प्रचार करना है, जिसके परिणामस्वरूप मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।यह योजना भारत के लिए भागीदारी गारंटी प्रणाली (पीजीएस) भारत (पीजीएस-इंडिया) को जैविक प्रमाणन के रूप में बढ़ावा देती है जो पारस्परिक ट्रस्ट पर बनाई गई है, स्थानीय रूप से प्रासंगिक है और प्रमाणन की प्रक्रिया में उत्पादकों और उपभोक्ताओं की भागीदारी को अनिवार्य है। पीजीएस – भारत “थर्ड पार्टी सर्टिफिकेशन” के ढांचे के बाहर काम करता है।

 

By Akash Anand

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