Haryana Moong Beej Subsidy Yojana 2024:-किसी भी फसल की खेती करने के लिए उत्तम किस्म के गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होना आवश्यक है। बेहतर बीज से गुणवत्ता और उत्पादन दोनों अच्छे रहते हैं। इससे किसानों को अच्छा मुनाफा होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने मूंग की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मूंग के बीज पर सब्सिडी देने का फैसला किया है। जिसके लिए हरियाणा मूंग बीज सब्सिडी योजना को शुरू किया गया है।
इस योजना के माध्यम से किसानों को मूंग का बीज खरीदने पर सरकार द्वारा 75% की सब्सिडी राशि प्रदान की जाएगी। अगर आप भी हरियाणा राज्य के किसान है और मूंग के बीज पर सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। राज्य सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Haryana Moong Beej Subsidy Yojana 2024 से संबंधित संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे। साथ ही आपको बताएंगे कि मूंग के बीज पर सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आपको क्या करना होगा। तो आईए विस्तार विस्तार से जानते हैं हरियाणा मूंग की सब्सिडी योजना के बारे में।
Haryana Moong Beej Subsidy Yojana 2024 हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए मूंग बीज सब्सिडी योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से किसानों को मूंग बीज खरीदने पर 75% की सब्सिडी दी जाएगी। सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी राशि सीधे लाभार्थी किसान के बैंक खाते में भेजी जाएगी। इस योजना के तहत किसानों को हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्रों के माध्यम से बीज वितरित किया जाएगा।
जिसमें एक किसान को अधिकतम 30 किलो बीज खरीदना होगा। किसान को बीज खरीदते समय 25% राशि जमा करनी होगी। ग्रीष्मकालीन मूंग का एरिया बढ़ाने के लिए 6 हजार एकड़ क्षेत्र की बिजाई के लिए 600 क्विंटल ग्रीष्मकालीन मूंग के बीज का वितरण किया जाएगा।
हरियाणा सरकार कृषि विभाग का लक्ष्य पूरे राज्य में एक लाख एकड़ क्षेत्र में बुवाई के लिए किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के किसानों को उत्तम क्वालिटी का बीज उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे किसानों को अच्छी कमाई हो सकेगी।
मूंग की खेती को बढ़ावा देने हेतु सब्सिडी प्रदान करना
सब्सिडी
75%
आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन
आधिकारिक वेबसाइट
agriharyana.gov.in/
Haryana Moong Beej Subsidy Yojana 2024 उद्देश्य
हरियाणा सरकार द्वारा मूंग बीज सब्सिडी योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य में मूंग की खेती को बढ़ावा देने के लिए और किसानों की आय में बढ़ोतरी करने हेतु मूंग के बीज पर सब्सिडी प्रदान करना है। क्योंकि मूंग की खेती करने से खेत की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए मूंग के खाद का बहुत ही महत्व होता है ग्रीन खाद के रूप में इसका उपयोग किया जाता है।
इसमें ऐसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो मिट्टी के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही किसान मूंग की 60 दिन की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं जिसमें नाम मात्र खर्च में किसान खेती शुरू कर सकते हैं। किसानों को 2 महीने की खेती करके अपनी आमदनी बढ़ाने में सहायता करेगी।
10 मार्च से 15 अप्रैल तक कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
Haryana Moong Beej Subsidy Yojana के तहत राज्य के किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग का बीज लेने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। हरियाणा सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया 10 मार्च से शुरू कर दी गई है इस योजना के तहत 15 अप्रैल तक राज्य के किसान रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
15 अप्रैल रजिस्ट्रेशन करवाने की अंतिम तारीख है। आपको बता दें कि हरियाणा बीज विकास निगम से बीज लेते समय किसान को अपना आधार कार्ड या वोटर कार्ड या किसान कार्ड बिक्री केंद्र पर प्रस्तुत करना होगा। जिसके बाद किसान बीज प्राप्त कर सकता है।
Haryana Moong Beej Subsidy Yojana 2024 के लाभ एवं विशेषताएं
हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की आय में वृद्धि करने और मूंग की खेती को बढ़ावा देने के लिए मूंग बीज पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
इस योजना के तहत किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग के बीज पर 75% सब्सिडी दी जाएगी।
किसान भाइयों को केवल 25% राशि की बीज खरीदते समय जमा करवानी होगी।
हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्रों के माध्यम से किसानों को बीज वितरित किया जाएगा।
Moong Beej Subsidy Yojana के तहत सिर्फ 25% बीज का भुगतान कर किसान मूंग की उत्तम क्वालिटी का बीज प्राप्त कर सकते हैं।
इस योजना के तहत ग्रीष्मकालीन मूंग की MH 421 क्वालिटी किसानों को उपलब्ध करवाई जाएगी। जोकि काफी उत्तम क्वालिटी की बीज मानी जाती है।
किसानों को सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
किसान इस योजना के तहत अधिकतम 30 किलोग्राम अथवा तीन एकड़ तक का बीज प्राप्त कर सकता है।
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के बाद अगर किसान मूंग के बीज की बिजाई नहीं करता है तो उस किसान को 75% अनुदान राशि विभाग में वापस जमा करनी होगी।
यह योजना किसानों की आय में वृद्धि करेगी और राज्य में मूंग की खेती को बढ़ावा देगी।
Ans;-इस कृषि मशीन का प्रयोग खेत की तैयारी में किया जाता है। खास बात यह है कि इस कृषि यंत्र की खरीद पर राज्य सरकार किसानों को 60 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दे रही है। यह सब्सिडी किसानों को वर्गानुसार प्रदान की जा रही है।
Q.रोटावेटर पर सब्सिडी कब चालू होगी?
Ans;-2 अक्टूबर 2023 को आवेदन करने की अंतिम तिथि है। 3 अक्टूबर 2023 को रोटावेटर कृषि यंत्र के लिए चुने गए लाभार्थियों की लॉटरी निकाली जाएगी, जो ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर दिखाई देगी।
Q.रोटावेटर पर कितनी छूट मिलती है?
Ans;-अधिक की क्षमता तक वाले रोटावेटर की कीमत का 50 फीसदी या अधिकतम 42000-50400 रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी. जबकि बाकी अन्य श्रेणी के किसानों को कीमत का 40 फीसदी या अधिकतम 34000-40300 रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी.
Q.ट्रैक्टरों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी कितनी है?
Ans;-इन लाभार्थियों को मिलेगा लाभ
विभाग का अनुमान है कि एक ट्रैक्टर और दो कृषि यंत्रों की एक यूनिट पर सब्सिडी देने में लगभग 10 लाख रुपए की लागत आएगी। इसके लाभार्थियों को ट्रैक्टर पर अधिकतम 50 प्रतिशत और कृषि यंत्रों पर अधिकतम 80 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी।
Q.हरियाणा में किसानों के लिए सब्सिडी योजना क्या है?
Ans;-जिसमे राज्य के किसानों को मूंग बीज की खरीद पर 75% का अनुदान दिया जाएगा। सरकार द्वारा इस योजना में किसानों को उच्च क्वालिटी वाले मूंग बीज उपलब्ध कराए जाएंगे जिसे प्राप्त करने के लिए किसानों को आधिकारिक पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा।
Q.मूंग की सबसे बढ़िया वैरायटी कौन सी है?
Ans;-मूंग की उन्नत किस्में और उपज पूसा वैसाखी: मूंग की यह उन्नत किस्म लगभग 60-70 दिन में पककर तैयार हो जाती है. वहीं, लगभग 8-10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन मिल जाता है. मोहिनी: मूंग की यह उन्नत किस्म लगभग 70-75 दिनों में पककर तैयार हो जाती है. वहीं, लगभग 10-12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन मिल जाता है.